राज्य स्तरीय प्रशिक्षण संस्थान महलगांव ग्वालियर
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ग्वालियर में **राज्य स्तरीय प्रशिक्षण संस्थान (एसएलटीआई)** एक शैक्षणिक संस्थान है जो व्यक्तियों की रोजगार क्षमता में सुधार लाने के उद्देश्य से व्यावसायिक प्रशिक्षण और कौशल विकास कार्यक्रम प्रदान करने पर केंद्रित है। ये संस्थान अक्सर भारत भर में कौशल विकास और व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकारी पहलों से संबद्ध होते हैं।
### मुख्य विशेषताएँ और सेवाएँ जो आमतौर पर दी जाती हैं:
1. **कौशल विकास कार्यक्रम**: विभिन्न ट्रेडों और व्यावसायिक कौशल जैसे कि इलेक्ट्रिकल, प्लंबिंग, बढ़ईगीरी और कंप्यूटर कौशल में प्रशिक्षण।
2. **अल्पकालिक पाठ्यक्रम**: गहन प्रशिक्षण सत्र जो छात्रों को विशिष्ट नौकरी भूमिकाओं या उद्योगों के लिए तैयार करते हैं।
3. **कार्यशालाएँ और सेमिनार**: ऐसे सत्र जो तकनीकी कौशल और संचार, टीमवर्क और नेतृत्व जैसे सॉफ्ट स्किल दोनों पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
4. **सरकारी पहल**: कौशल विकास और रोजगार सृजन के उद्देश्य से विभिन्न सरकारी योजनाओं में भागीदारी।
5. **बुनियादी ढांचे और सुविधाएँ**: अच्छी तरह से सुसज्जित प्रयोगशालाओं, कार्यशालाओं और प्रशिक्षण उपकरणों तक पहुँच।
6. **नौकरी प्लेसमेंट सहायता**: स्थानीय उद्योगों और कंपनियों के साथ साझेदारी के माध्यम से नौकरी प्लेसमेंट में सहायता।
ग्वालियर में **राज्य स्तरीय प्रशिक्षण संस्थान (एसएलटीआई)** एक शैक्षणिक संस्थान है जो व्यक्तियों की रोजगार क्षमता में सुधार लाने के उद्देश्य से व्यावसायिक प्रशिक्षण और कौशल विकास कार्यक्रम प्रदान करने पर केंद्रित है। ये संस्थान अक्सर भारत भर में कौशल विकास और व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकारी पहलों से संबद्ध होते हैं।
### मुख्य विशेषताएँ और सेवाएँ जो आमतौर पर दी जाती हैं:
1. **कौशल विकास कार्यक्रम**: विभिन्न ट्रेडों और व्यावसायिक कौशल जैसे कि इलेक्ट्रिकल, प्लंबिंग, बढ़ईगीरी और कंप्यूटर कौशल में प्रशिक्षण।
2. **अल्पकालिक पाठ्यक्रम**: गहन प्रशिक्षण सत्र जो छात्रों को विशिष्ट नौकरी भूमिकाओं या उद्योगों के लिए तैयार करते हैं।
3. **कार्यशालाएँ और सेमिनार**: ऐसे सत्र जो तकनीकी कौशल और संचार, टीमवर्क और नेतृत्व जैसे सॉफ्ट स्किल दोनों पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
4. **सरकारी पहल**: कौशल विकास और रोजगार सृजन के उद्देश्य से विभिन्न सरकारी योजनाओं में भागीदारी।
5. **बुनियादी ढांचे और सुविधाएँ**: अच्छी तरह से सुसज्जित प्रयोगशालाओं, कार्यशालाओं और प्रशिक्षण उपकरणों तक पहुँच।
6. **नौकरी प्लेसमेंट सहायता**: स्थानीय उद्योगों और कंपनियों के साथ साझेदारी के माध्यम से नौकरी प्लेसमेंट में सहायता।
ग्वालियर में **राज्य स्तरीय प्रशिक्षण संस्थान (एसएलटीआई)** एक शैक्षणिक संस्थान है जो व्यक्तियों की रोजगार क्षमता में सुधार लाने के उद्देश्य से व्यावसायिक प्रशिक्षण और कौशल विकास कार्यक्रम प्रदान करने पर केंद्रित है। ये संस्थान अक्सर भारत भर में कौशल विकास और व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकारी पहलों से संबद्ध होते हैं।
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1. **कौशल विकास कार्यक्रम**: विभिन्न ट्रेडों और व्यावसायिक कौशल जैसे कि इलेक्ट्रिकल, प्लंबिंग, बढ़ईगीरी और कंप्यूटर कौशल में प्रशिक्षण।
2. **अल्पकालिक पाठ्यक्रम**: गहन प्रशिक्षण सत्र जो छात्रों को विशिष्ट नौकरी भूमिकाओं या उद्योगों के लिए तैयार करते हैं।
3. **कार्यशालाएँ और सेमिनार**: ऐसे सत्र जो तकनीकी कौशल और संचार, टीमवर्क और नेतृत्व जैसे सॉफ्ट स्किल दोनों पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
4. **सरकारी पहल**: कौशल विकास और रोजगार सृजन के उद्देश्य से विभिन्न सरकारी योजनाओं में भागीदारी।
5. **बुनियादी ढांचे और सुविधाएँ**: अच्छी तरह से सुसज्जित प्रयोगशालाओं, कार्यशालाओं और प्रशिक्षण उपकरणों तक पहुँच।
6. **नौकरी प्लेसमेंट सहायता**: स्थानीय उद्योगों और कंपनियों के साथ साझेदारी के माध्यम से नौकरी प्लेसमेंट में सहायता।
ग्वालियर में **राज्य स्तरीय प्रशिक्षण संस्थान (एसएलटीआई)** एक शैक्षणिक संस्थान है जो व्यक्तियों की रोजगार क्षमता में सुधार लाने के उद्देश्य से व्यावसायिक प्रशिक्षण और कौशल विकास कार्यक्रम प्रदान करने पर केंद्रित है। ये संस्थान अक्सर भारत भर में कौशल विकास और व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकारी पहलों से संबद्ध होते हैं।
### मुख्य विशेषताएँ और सेवाएँ जो आमतौर पर दी जाती हैं:
1. **कौशल विकास कार्यक्रम**: विभिन्न ट्रेडों और व्यावसायिक कौशल जैसे कि इलेक्ट्रिकल, प्लंबिंग, बढ़ईगीरी और कंप्यूटर कौशल में प्रशिक्षण।
2. **अल्पकालिक पाठ्यक्रम**: गहन प्रशिक्षण सत्र जो छात्रों को विशिष्ट नौकरी भूमिकाओं या उद्योगों के लिए तैयार करते हैं।
3. **कार्यशालाएँ और सेमिनार**: ऐसे सत्र जो तकनीकी कौशल और संचार, टीमवर्क और नेतृत्व जैसे सॉफ्ट स्किल दोनों पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
4. **सरकारी पहल**: कौशल विकास और रोजगार सृजन के उद्देश्य से विभिन्न सरकारी योजनाओं में भागीदारी।
5. **बुनियादी ढांचे और सुविधाएँ**: अच्छी तरह से सुसज्जित प्रयोगशालाओं, कार्यशालाओं और प्रशिक्षण उपकरणों तक पहुँच।
6. **नौकरी प्लेसमेंट सहायता**: स्थानीय उद्योगों और कंपनियों के साथ साझेदारी के माध्यम से नौकरी प्लेसमेंट में सहायता।
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